ओरछा : भव्य अतीत ( ORCHA - A HERITAGE PLACE )
गौरव भरे अतीत से परिपूर्ण ऐतिहासिक नगरी ओरछा मध्य प्रदेश में मंदिरों एवं स्मारकों से भरा यह राजसी शहर देश के छिपे खजानों में से एक है। झाँसी से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ओरछा । जिसका अर्थ है - " छिपा हुआ महल "। देश के मध्य राज्य में स्थित ओरछा बुंदेला राजपूत राजाओं की राजधानी थी, जिसे 1501 में महाराजा रूद्र प्रताप सिंह द्वारा स्थापित किया गया था। यह धार्मिक दृष्टि से जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही पुरातत्व की दृष्टि से भी इसकी एक पहचान है। ओरछा बेतवा नदी के किनारे स्थित है। बेतवा नदी की सुंदरता मंत्रमुग्ध करती है। यहाँ उगते व डूबते सूरज की छटा अवर्णनीय है। शाम की आरती से फैलती धूप की सुगंध और असंख्य दीयों का झिलमिलाना, हवा में उड़ती कंदीलों को देखना अद्भुत है। सुबह शाम यहाँ घूमना मन को आनंदित करता है। बेतवा नदी पर खड़ी छतरियाँ बुंदेला राजपूत राजाओं की स्मृतियों को उजागर करती हैं और अपने सौंदर्य से अभिभूत करती हैं। ओरछा में स्थित किला अपने फैलाव और वास्तुशिल्प से मन मोह लेता है। इसे ओरछा के पहले शासक रुद्र प्रताप ने बनवा...